John Abraham’s Movie Tehran: इस स्वतंत्रता दिवस पर जॉन अब्राहम की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘तेहरान’ ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने जा रही है। यह फिल्म केवल एक थ्रिलर नहीं है, बल्कि देशभक्ति, जासूसी और कुछ जटिल सवालों के इर्द-गिर्द घूमती एक गहन कहानी है। फिल्म में जॉन अब्राहम के साथ पूर्व मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर, मधुरिमा तुली और अभिजीत लाहिरी भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे।
1 अगस्त को फिल्म(John Abraham’s Movie Tehran) का ट्रेलर रिलीज किया गया, जिसमें जॉन अब्राहम एक सख्त पुलिस अफसर के रूप में नजर आते हैं। ट्रेलर में एक गंभीर इंटरनेशनल मसला उठाया गया है, जहां तीन देशों में धमाके होते हैं और साजिश को बेनकाब करने की जिम्मेदारी भारतीय खुफिया एजेंसियों पर आ जाती है। ट्रेलर की शुरुआत होती है एक गूंजती आवाज से — “ये इंटरनेशनल मैटर है, तीन देशों में ब्लास्ट हुआ है… कहां है राजीव कुमार?” इसके बाद जॉन अब्राहम का दमदार एक्शन अवतार नजर आता है।
ओटीटी कंटेंट हेड कावेरी दास ने खोले फिल्म के इमोशनल और स्ट्रैटेजिक पहलू (John Abraham’s Movie Tehran)
फिल्म के रिलीज से पहले ओटीटी प्लेटफॉर्म की हिंदी कंटेंट हेड कावेरी दास ने अमर उजाला से खास बातचीत की। इस बातचीत में उन्होंने ‘तेहरान’ की कहानी, आज के दर्शकों की पसंद और कंटेंट की रणनीति को लेकर कई दिलचस्प बातें साझा कीं।
कावेरी ने कहा, “अब ऑडियंस बदल चुकी है। उन्हें सिर्फ टाइमपास मसाला नहीं चाहिए, बल्कि वो ऐसी कहानियां देखना चाहते हैं जो सोचने पर मजबूर कर दें, सच्चाई से जुड़ी हों और दिल को छू जाएं।”
“तेहरान एक जियो-पॉलिटिकल थ्रिलर है”(John Abraham’s Movie Tehran)
कावेरी ने फिल्म की थीम पर बात करते हुए कहा कि ‘तेहरान’ एक हाई-स्टेक्स जियो-पॉलिटिकल थ्रिलर है। यह उन गुमनाम हीरोज़ की कहानी है जो देश की सुरक्षा के लिए अपने अस्तित्व तक को दांव पर लगा देते हैं। उन्होंने कहा, “हम ऐसी कहानियां दिखाना चाहते हैं जो सिर्फ दिखावटी न हों, बल्कि हमारी वर्तमान सच्चाई को दर्शाएं।”
कावेरी ने फिल्म के एक किरदार का जिक्र करते हुए बताया कि यह किरदार एक कठिन सवाल उठाता है – क्या वह देश की सेवा कर रहा है या उसे धोखा दे रहा है? उन्होंने कहा कि जब उन्होंने ‘तेहरान’ को चुना, तब सिर्फ कहानी नहीं देखी, बल्कि एक ऐसा विचार पाया जो आज के समय से बहुत गहराई से जुड़ा हुआ है।
“कहानी ही सब कुछ है”(John Abraham’s Movie Tehran)
जब उनसे पूछा गया कि ओटीटी पर कंटेंट चुनते समय वे किस चीज को प्राथमिकता देती हैं, तो कावेरी ने दो टूक जवाब दिया – “हमारे लिए सबसे पहले कहानी आती है। अगर कहानी कमजोर है तो बड़े चेहरे, बजट या प्रमोशन से कुछ नहीं होता।”
उनका मानना है कि एक सच्ची, ईमानदारी से कही गई कहानी अपने आप दर्शकों से जुड़ जाती है।
“आज की ऑडियंस संवेदनशील और समझदार है”(John Abraham’s Movie Tehran)
कावेरी का कहना है कि आज के दर्शक केवल ग्लैमर या सितारों के पीछे नहीं भागते। “अब दर्शक सोशल इश्यू से लेकर थ्रिलर तक, हर तरह की कहानियों को एक्सप्लोर करते हैं। वे ज्यादा संवेदनशील और समझदार हो चुके हैं।”
वह मानती हैं कि स्टार पावर केवल शुरुआत में ध्यान खींच सकती है, लेकिन अगर कहानी में भावनात्मक गहराई नहीं है, तो दर्शक टिकते नहीं हैं।
“हम चमक-धमक से ज्यादा सच्ची भावना ढूंढते हैं”(John Abraham’s Movie Tehran)
कावेरी ने बताया कि उनके प्लेटफॉर्म की रणनीति हमेशा “भावनात्मक सच्चाई” पर आधारित रहती है। “कभी-कभी हमारे शो में ज्यादा बजट या ग्लैमर नहीं होता, लेकिन जो इमोशनल कनेक्ट होता है, वही लोगों को जोड़ता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि जब कोई दर्शक किसी शो से भावनात्मक रूप से जुड़ जाता है, तो वह एक्टिंग या लोकेशन की वजह से नहीं, बल्कि उस कहानी की सच्चाई की वजह से होता है।
स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति और थ्रिल का मेल(John Abraham’s Movie Tehran)
जॉन अब्राहम की फिल्म ‘तेहरान’ ऐसे समय पर रिलीज हो रही है जब देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा होगा। इस दिन पर एक ऐसी फिल्म का आना जो देशभक्ति, सच्चाई और बलिदान की बात करती है, एक सही मौका है।
इस फिल्म से ओटीटी प्लेटफॉर्म को भी काफी उम्मीदें हैं, क्योंकि यह सिर्फ एक मनोरंजक थ्रिलर नहीं है, बल्कि आज के सामाजिक और राजनीतिक हालातों को छूती एक गंभीर कहानी है।
फिल्म ‘तेहरान’ 14 अगस्त को ओटीटी पर स्ट्रीम होगी और माना जा रहा है कि यह फिल्म दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ेगी।








