KANGNA RANAUT CONTROVERSIAL STATEMENT: अभिनेत्री और सांसद कंगना रनोट द्वारा किसान आंदोलन पर दिए गए बयान से भाजपा ने दूरी बना ली है। कंगना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर हिंसा और अपराध हो रहे थे, जिसमें रेप और हत्या जैसे घटनाएं भी शामिल थीं। कंगना ने यह भी कहा था कि यदि केंद्र सरकार कमजोर होती, तो पंजाब में हालात और बिगड़ सकते थे।
KANGNA RANAUT CONTROVERSIAL STATEMENT: कंगना के विचार उनके निजी हैं और पार्टी इससे सहमत नहीं है।
इस बयान के बाद पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता राजकुमार वेरका ने कंगना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वेरका ने कहा कि कंगना किसानों के खिलाफ ऐसे बयान देकर उन्हें बदनाम कर रही हैं और उनके खिलाफ FIR दर्ज कर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।
भाजपा ने सोमवार को एक चिट्ठी जारी कर कंगना के बयान को पार्टी की राय से असहमति जताई। पार्टी ने स्पष्ट किया कि कंगना के विचार उनके निजी हैं और पार्टी इससे सहमत नहीं है। भाजपा ने कंगना को ऐसे मुद्दों पर आगे बयान देने से भी मना किया है।
KANGNA RANAUT CONTROVERSIAL STATEMENT: कंगना रनोट का पूरा इंटरव्यू उनके विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में है।
कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लोंढे ने भी कंगना के बयानों की कड़ी आलोचना की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि वे कंगना के खिलाफ कार्रवाई करें, जैसे साध्वी प्रज्ञा के मामले में किया गया था।कंगना रनोट का पूरा इंटरव्यू उनके विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में है, जहां उन्होंने किसान आंदोलन और देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर अपनी बात रखी थी।
कंगना से सवाल किया – जैसे हालात बांग्लादेश में आज हैं, क्या हमारे देश में भी ऐसे हालत बन सकते हैं?
जवाब- आज हमारा शीर्ष नेतृत्व कमजोर होता तो बांग्लादेश जैसी स्थिति भारत में भी हो सकती थी। यहां किसान आंदोलन के दौरान क्या हुआ, वो सबने देखा। कैसे प्रोटेस्ट के नाम पर वॉयलेंस फैलाया गया। वहां रेप हो रहे थे, मारकर लाशों को लटकाया जा रहा था। जब उस बिल को वापस लिया गया तो ये उपद्रवी चौंक गए, क्योंकि उनकी प्लानिंग तो बहुत लंबी थी। उन पर समय रहते कंट्रोल पा लिया गया वर्ना कुछ भी कर सकते थे।