Kanwar Yatra 2025: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली की सरकारें आगामी कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए धार्मिक मर्यादा बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठा रही हैं। यूपी और उत्तराखंड में जहां शराब की दुकानों को पर्दों से ढका जाएगा, वहीं दिल्ली सरकार ने कांवड़ यात्रा के दौरान मीट की दुकानों को बंद रखने का निर्णय लिया है। इस वर्ष कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से 23 जुलाई तक चलेगी, जिसमें लाखों शिवभक्त गंगा जल लेने हरिद्वार और अन्य तीर्थ स्थलों की ओर प्रस्थान करेंगे।
यूपी में 222 शराब की दुकानों की पहचान(Kanwar Yatra 2025)
गाजियाबाद और नोएडा जैसे प्रमुख शहरों में प्रशासन ने कांवड़ मार्गों पर आने वाली कुल 222 शराब दुकानों की पहचान की है। अधिकारियों के अनुसार, इन दुकानों और इनके साइनबोर्ड को पूरी तरह से ढक दिया जाएगा ताकि ये कांवड़ियों की नजर में न आएं। गौतम बुद्ध नगर के जिला आबकारी अधिकारी सुभाष कुमार ने बताया कि यह एक नियमित प्रक्रिया है और दुकानों को बंद नहीं किया जाएगा। “यह कदम सिर्फ धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे, इसलिए उठाया गया है,” उन्होंने स्पष्ट किया।
गाजियाबाद में जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा ने 17 जून को हुई समीक्षा बैठक में निर्देश दिए थे कि कांवड़ मार्ग पर आने वाली शराब और मीट की दुकानों को या तो अस्थायी रूप से बंद किया जाए, स्थानांतरित किया जाए या पूरी तरह से ढका जाए।
दिल्ली में मीट की दुकानों पर पाबंदी(Kanwar Yatra 2025)
दिल्ली सरकार ने इस बार और भी सख्ती दिखाई है। राज्य मंत्री कपिल मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली में मीट की दुकानें बंद रहेंगी। यह हमारा निर्णय है। वैसे भी अधिकांश मीट की दुकानें अवैध रूप से चल रही हैं।” उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि पाबंदी केवल कांवड़ मार्गों पर होगी या पूरे दिल्ली में, लेकिन उनकी टिप्पणी से यह संकेत मिला कि सरकार कांवड़ यात्रा के दौरान पूरी दिल्ली में मीट की दुकानों को बंद कराने के मूड में है।
उत्तराखंड में 28 शराब दुकानों पर निगरानी(Kanwar Yatra 2025)
हरिद्वार, ऋषिकेश और रूड़की जैसे तीर्थ क्षेत्रों में उत्तराखंड प्रशासन ने 28 शराब दुकानों की पहचान की है जो मुख्य राजमार्गों या तीर्थ मार्गों के पास हैं। इन दुकानों को भी पर्दों से ढका जाएगा। हरिद्वार के जिला आबकारी अधिकारी कैलाश चंद्र बिंजोला ने बताया कि दुकानों को बंद नहीं किया जाएगा लेकिन यदि किसी दुकानदार ने निर्देशों का उल्लंघन किया तो उसे नोटिस जारी किया जाएगा।
यात्रा मार्गों पर साफ-सफाई और स्वास्थ्य सुविधाएं(Kanwar Yatra 2025)
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की जिसमें कांवड़ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए कई अहम निर्णय लिए गए। हर 1-2 किलोमीटर पर मोबाइल टॉयलेट, वाटर पॉइंट्स और कचरा एकत्रित करने वाले विशेष वाहन तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा, हर 5 किलोमीटर पर स्वास्थ्य केंद्र और एम्बुलेंस भी मौजूद रहेंगी।
मुख्यमंत्री धामी ने “उत्तराखंड कांवड़ सेवा ऐप” लॉन्च करने की भी घोषणा की, जिसमें तीर्थयात्रियों को रियल-टाइम जानकारी मिलेगी – जैसे मार्ग की स्थिति, स्वास्थ्य सुविधाएं, जल की उपलब्धता आदि। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को ड्रोन और एआई टूल्स की मदद से ट्रैफिक पर नजर रखने और सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों पर नियंत्रण रखने के निर्देश भी दिए।
यूपी में तैयारियां जोरों पर(Kanwar Yatra 2025)
उत्तर प्रदेश में भी जिला प्रशासन यात्रा की तैयारियों में जुटा है। जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार वर्मा ने जेवर स्थित कनकेश्वर महादेव मंदिर का दौरा किया, जहां इस वर्ष एक लाख से अधिक कांवड़ियों के पहुंचने की संभावना है। दो मुख्य मार्ग — जेवर कस्बा होते हुए झुप्पा और झज्जर होते हुए खेंड़ा भायपुर अंडरपास तक — चिन्हित किए गए हैं। इन मार्गों पर गड्ढे भरे जा चुके हैं, स्ट्रीट लाइट्स लगाई गई हैं, सफाई अभियान चल रहा है और स्वास्थ्य सुविधाएं भी बेहतर की जा रही हैं।
मंदिरों का सौंदर्यीकरण(Kanwar Yatra 2025)
इसके अतिरिक्त, उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ समेत प्रमुख मंदिर स्थलों पर 80 करोड़ रुपये की लागत से सौंदर्यीकरण और सुविधा विकास का कार्य शुरू किया है, ताकि तीर्थयात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके।