Parliament Scuffle: संसद भवन परिसर में बीते गुरुवार, 19 दिसंबर 2024, को एनडीए और इंडिया ब्लॉक के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना में ओडिशा से भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और उत्तर प्रदेश से सांसद मुकेश राजपूत को चोटें आईं। भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सांसदों को धक्का देने का आरोप लगाया है, जबकि कांग्रेस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए भाजपा पर खुद हिंसा का आरोप लगाया है।
Parliament Scuffle: सीआईएसएफ ने दी सफाई
संसद भवन परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने घटना पर बयान जारी किया है। सीआईएसएफ के उप महानिरीक्षक श्रीकांत किशोर ने कहा कि बल की ओर से किसी भी प्रकार की चूक नहीं हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मकर द्वार पर हुई इस घटना की सीआईएसएफ कोई जांच नहीं कर रही है। श्रीकांत किशोर ने कहा, “सांसद जो भी आरोप लगाएंगे, हम इस पर प्रतिक्रिया देने के बजाय अपनी ड्यूटी पर ध्यान देंगे।“
घटना के दौरान क्या हुआ?
घटना उस समय हुई जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी पर विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने अमित शाह से इस्तीफा देने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान भाजपा और विपक्षी सांसदों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जो धक्का-मुक्की में बदल गई।
भाजपा का आरोप है कि राहुल गांधी ने सांसद मुकेश राजपूत को धक्का दिया, जिससे वे और प्रताप सारंगी गिर गए। गिरने से प्रताप सारंगी के माथे और घुटने में चोट आई, जिसके बाद उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, फिलहाल उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
कांग्रेस का पलटवार
दूसरी ओर, कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि धक्का-मुक्की की शुरुआत भाजपा सांसदों ने की थी। कांग्रेस का दावा है कि भाजपा सांसदों ने पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ दुर्व्यवहार किया और राहुल गांधी को निशाना बनाया।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “यह भाजपा का एक और पैंतरा है, जो विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए किया गया है।“
भाजपा ने दर्ज कराई शिकायत
भाजपा ने इस घटना के बाद राहुल गांधी के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पार्टी ने मांग की है कि घटना की निष्पक्ष जांच हो और राहुल गांधी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इस पूरे विवाद ने संसद के शीतकालीन सत्र के माहौल को और गरमा दिया है। अब देखना यह है कि इस मामले में क्या कदम उठाए जाते हैं और इसका असर संसद की कार्यवाही पर कितना पड़ता है। https://publichint.com/pm-modi-kuwait-visit/