Son of Sardar 2: बॉलीवुड सुपरस्टार अजय देवगन की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘सन ऑफ सरदार 2’ 1 अगस्त को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। लेकिन रिलीज से महज कुछ दिन पहले ही फिल्म के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। दरअसल, यह फिल्म देशभर में पर्याप्त स्क्रीन्स हासिल नहीं कर पा रही है, जिससे इसकी ओपनिंग और बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन पर बड़ा असर पड़ सकता है।
रिलीज से पहले ही फंसी स्क्रीन्स की जंग (Son of Sardar 2)
फिल्म के निर्माता चाहते थे कि ‘सन ऑफ सरदार 2’ को देशभर में लगभग 3500 स्क्रीन्स पर रिलीज किया जाए, ताकि यह एक भव्य ओपनिंग के साथ दर्शकों के सामने आ सके। लेकिन ताज़ा जानकारी के मुताबिक अब यह संख्या घटकर 2500 स्क्रीन्स तक सिमटती नजर आ रही है।
इस गिरावट के पीछे दो बड़ी फिल्मों का हाथ बताया जा रहा है – ‘सैयारा’ और ‘महावतार नरसिम्हा’। ये दोनों फिल्में फिलहाल बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और थिएटर मालिकों के लिए कमाई का मजबूत जरिया बन चुकी हैं। ऐसे में मल्टीप्लेक्स और सिंगल स्क्रीन थिएटर वाले इन फिल्मों को हटाकर ‘सन ऑफ सरदार 2’ को ज्यादा स्क्रीन देने में हिचकिचा रहे हैं।
डिस्ट्रीब्यूटर्स बनाम एग्जिबिटर्स का टकराव(Son of Sardar 2)
फिल्म से जुड़े सूत्रों के मुताबिक ‘सन ऑफ सरदार 2’ के डिस्ट्रीब्यूटर्स चाहते हैं कि इसे कुल शोज़ का कम से कम 60% हिस्सा मिले, ताकि फिल्म को भरपूर दर्शक मिल सकें और शुरुआती कमाई मजबूत हो।
लेकिन थिएटर मालिक (एग्जिबिटर्स) इसके लिए तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि वे ‘सन ऑफ सरदार 2’ को सिर्फ 35% शो टाइमिंग ही दे सकते हैं। कई सिंगल स्क्रीन थिएटर्स ने दिन में सिर्फ दो शो देने की सहमति जताई है।
बड़े मल्टीप्लेक्स चेन जैसे PVR, Inox और Cinepolis ने इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि मौजूदा फिल्मों की कमाई को देखते हुए वे रिस्क लेने को तैयार नहीं हैं।
‘धड़क 2’ ने अपनाई स्मार्ट रणनीति
इसी हफ्ते रिलीज हो रही ‘धड़क 2’ ने इस स्क्रीन जंग से खुद को बाहर रखने की चतुर चाल चली है। सिद्धांत चतुर्वेदी और तृप्ति डिमरी स्टारर इस फिल्म को सिर्फ 1000 स्क्रीन्स पर ही रिलीज किया जाएगा और वो भी खासतौर पर शहरी बाजारों में।
इससे ‘धड़क 2’ को स्क्रीन को लेकर कोई खास संघर्ष नहीं करना पड़ रहा है। इसके विपरीत, ‘सन ऑफ सरदार 2’ को न सिर्फ सीमित स्क्रीन्स मिल रही हैं, बल्कि उन्हें शो टाइम्स के लिए भी थिएटर मालिकों से जूझना पड़ रहा है।
31 जुलाई तक साफ होगी तस्वीर
हालांकि हालात चुनौतीपूर्ण हैं, लेकिन फिल्म (Son of Sardar 2)के प्रोडक्शन से जुड़े सूत्रों को अब भी उम्मीद है कि अंतिम समय में कुछ राहत मिल सकती है। जानकारी के अनुसार, 31 जुलाई की सुबह तक स्क्रीन और शो टाइम्स का फाइनल फैसला लिया जा सकता है।
निर्माताओं और थिएटर मालिकों के बीच बातचीत लगातार जारी है। अगर डिस्ट्रीब्यूटर्स और एग्जिबिटर्स के बीच किसी समझौते पर सहमति बनती है, तो अंतिम समय में स्क्रीन की संख्या में कुछ इजाफा हो सकता है।
क्या प्रभावित होगी बॉक्स ऑफिस (Son of Sardar 2)ओपनिंग?
अब बड़ा सवाल यही है कि ‘सन ऑफ सरदार 2’ (Son of Sardar 2)की ओपनिंग कलेक्शन पर इस स्क्रीन विवाद का कितना असर पड़ेगा? अजय देवगन की फिल्मों को लेकर दर्शकों में खासा उत्साह रहता है, लेकिन अगर फिल्म को पर्याप्त स्क्रीन्स और शो टाइम्स नहीं मिले, तो इसका असर सीधा कलेक्शन पर पड़ेगा।
वहीं सोशल मीडिया पर अजय के फैंस पहले ही इस मुद्दे पर चिंता जता चुके हैं और कई लोगों ने थिएटर चेन से फिल्म (Son of Sardar 2)को ज्यादा स्क्रीन्स देने की अपील भी की है।
निष्कर्ष
‘सन ऑफ सरदार 2’ एक बड़े बजट की फिल्म है और इसमें अजय देवगन के एक्शन और एंटरटेनमेंट का जबरदस्त तड़का देखने को मिलेगा। लेकिन जिस तरह से स्क्रीन्स को लेकर विवाद खड़ा हुआ है, वह इस फिल्म (Son of Sardar 2)की सफलता के रास्ते में एक बड़ी रुकावट बन सकता है। अब देखना होगा कि 31 जुलाई तक कौनसी रणनीति अपनाई जाती है और दर्शकों को यह फिल्म कितने बड़े स्तर पर देखने को मिलती है।
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