🇮🇳 रोहित शर्मा युग का अंत?
Sunil Gavaskar warned: भारतीय क्रिकेट में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए जब बीसीसीआई ने टीम इंडिया का ऐलान किया, तो एक बड़ा सरप्राइज सबके सामने आया — शुभमन गिल को भारतीय वनडे टीम का नया कप्तान बना दिया गया। इसका मतलब साफ है कि “रोहित शर्मा एरा” अब खत्म हो चुका है।
रोहित शर्मा टीम में बतौर बल्लेबाज़ बने रहेंगे, लेकिन कप्तानी अब युवा खिलाड़ियों के हाथों में चली गई है। इस बदलाव के बाद क्रिकेट जगत में चर्चाओं का दौर तेज़ है, और अब भारत के महान बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर का बयान इस आग में घी डालने जैसा साबित हुआ है।
🗣️ गावस्कर बोले — “रोहित को अब और बुरी खबर के लिए तैयार रहना चाहिए”
स्पोर्ट्स तक को दिए गए इंटरव्यू में सुनील गावस्कर ने साफ कहा कि अभी कहानी खत्म नहीं हुई है। जब उनसे पूछा गया कि क्या रोहित शर्मा से जुड़ी और ‘बैड न्यूज़’ आने की संभावना है, तो गावस्कर ने कहा —
“हां बिल्कुल. अगर आप (रोहित शर्मा) पूरी तरह प्रतिबद्ध नहीं रहते, या तय नहीं कर पाते कि आप अगले दो साल तक खेलने के लिए तैयार हैं या नहीं, तो बैड न्यूज़ के लिए तैयार रहिए।”
गावस्कर का ये बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि आने वाले महीनों में रोहित शर्मा को टीम इंडिया की योजनाओं से और भी बाहर रखा जा सकता है, खासकर अगर वह घरेलू टूर्नामेंट्स में भाग नहीं लेते।
🏏 “टीम पहले आती है” — गावस्कर का संदेश
गावस्कर ने आगे कहा कि रोहित शर्मा अब केवल वनडे क्रिकेट ही खेल रहे हैं। टेस्ट और टी20 से दूर होने के बाद उनके पास खुद को मैच-फिट बनाए रखने का एकमात्र तरीका घरेलू क्रिकेट है।
उन्होंने कहा —
“अगर रोहित सिर्फ वनडे खेलते हैं, तो उन्हें फिट रहने के लिए विजय हजारे ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट में हिस्सा लेना होगा। वरना 2027 वर्ल्ड कप तक वो मैच प्रैक्टिस से बहुत दूर चले जाएंगे।”
गावस्कर के अनुसार, आने वाले दो सालों में भारत को बहुत ज्यादा वनडे सीरीज नहीं खेलनी हैं। ऐसे में रोहित के पास अंतरराष्ट्रीय मैचों का अनुभव जुटाने के सीमित मौके होंगे। इसी वजह से चयनकर्ताओं ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए शुभमन गिल को वनडे कप्तान बनाने का फैसला किया।
🧠 कप्तानी बदलने के पीछे की सोच
बीसीसीआई ने हाल ही में अपने युवा खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाया है। शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, यशस्वी जायसवाल जैसे युवा अब टीम के नेतृत्व की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
अजित अगरकर ने टीम का ऐलान करते समय कहा था कि “हम चाहते हैं कि अगले वर्ल्ड कप से पहले युवा खिलाड़ी नेतृत्व की भूमिका में अनुभव हासिल करें।”
इससे साफ संकेत मिलते हैं कि बीसीसीआई अब 2027 वर्ल्ड कप की तैयारी शुरू कर चुका है — और इस योजना में शायद रोहित शर्मा और विराट कोहली की भूमिका सीमित हो सकती है।
⚡ क्या रोहित को अब भी मौका मिलेगा?
हालांकि, गावस्कर ने यह भी कहा कि सब कुछ रोहित के खुद के निर्णय पर निर्भर करता है। अगर वह फिटनेस और फॉर्म पर ध्यान दें और घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लें, तो वापसी के पूरे मौके हैं।
“रोहित बहुत अनुभवी खिलाड़ी हैं, उन्हें पता है कि उनकी फिटनेस और गेम टाइम कितना जरूरी है। अगर वो लगातार खेलते रहें तो टीम में उनकी जगह निश्चित है,” गावस्कर ने कहा।
इस बयान से यह तो साफ है कि गावस्कर रोहित को अब भी एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी मानते हैं, लेकिन चेतावनी भी दे रहे हैं कि अगर समर्पण कम हुआ तो टीम इंडिया आगे बढ़ जाएगी।
📉 क्या यह सच में ‘बैड न्यूज़’ की शुरुआत है?
शुभमन गिल को कप्तान बनाने का फैसला न सिर्फ एक रणनीतिक कदम है बल्कि एक संकेत भी है कि टीम इंडिया अब “नए युग” की ओर बढ़ रही है।
2027 तक गिल, जायसवाल और रिंकू सिंह जैसे खिलाड़ी टीम के मुख्य चेहरे बन सकते हैं।
ऐसे में रोहित शर्मा, जो 2023 वर्ल्ड कप फाइनल तक टीम की रीढ़ थे, अब शायद एक ‘सीनियर सपोर्टिंग रोल’ में नजर आएं।
🏆 रोहित शर्मा का सफर
रोहित शर्मा ने भारतीय वनडे टीम के लिए अब तक 254 मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 10,000 से ज्यादा रन बनाए हैं।
उनकी कप्तानी में भारत ने 2023 वर्ल्ड कप के फाइनल तक का सफर तय किया था।
हालांकि, ऑस्ट्रेलिया से फाइनल हारने के बाद से ही उनकी कप्तानी पर सवाल उठने लगे थे।








