Vikrant Massey Won National Award: विक्रांत मैसी, जो कभी टीवी की दुनिया में एक साधारण चेहरा माने जाते थे, आज भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान – नेशनल फिल्म अवॉर्ड – से सम्मानित हुए हैं। 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा के दौरान विक्रांत को उनकी फिल्म ‘12वीं फेल’ में दमदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला है। यह उपलब्धि न केवल विक्रांत के करियर के लिए मील का पत्थर है, बल्कि उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो संघर्ष और प्रतिभा के बल पर सफलता की ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं।
टीवी से फिल्मों का सफर(Vikrant Massey Won National Award)
विक्रांत ने अपने करियर की शुरुआत 2007 में Disney चैनल के टीवी शो ‘धूम मचाओ धूम’ से की थी। इसके बाद उन्होंने बालिका वधु, कुबूल है और कहीं तो होगा जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों में भी अभिनय किया। टीवी की दुनिया में पहचान बनाने के बाद उन्होंने 2013 में रणवीर सिंह और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म ‘लुटेरा’ से फिल्मों में कदम रखा, जिसमें उन्होंने साइड रोल निभाया।
फिल्मों में साइड हीरो से लीड रोल तक(Vikrant Massey Won National Award)
‘लुटेरा’ के बाद विक्रांत ने ‘दिल धड़कने दो’, ‘हाफ गर्लफ्रेंड’, ‘लिपस्टिक अंडर माय बुर्का’ जैसी फिल्मों में साइड रोल किए, लेकिन हर बार उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उनका अभिनय धीरे-धीरे दर्शकों और निर्देशकों के बीच सराहा जाने लगा। इसके बाद उन्होंने ‘छपाक’, ‘गिन्नी वेड्स सन्नी’, ‘हसीन दिलरुबा’ और ‘14 फेरे’ जैसी फिल्मों में लीड रोल निभाया और दर्शकों का दिल जीता।
मिर्जापुर और फिर ‘12वीं फेल’ ने बदली किस्मत(Vikrant Massey Won National Award)
वेब सीरीज़ ‘मिर्जापुर’ में विक्रांत के किरदार ने उन्हें एक नई पहचान दिलाई। लेकिन उनकी असली किस्मत बदली फिल्म ‘12वीं फेल’ से, जो 2023 में रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म में उन्होंने एक ऐसे युवक का किरदार निभाया जो गरीबी, असफलता और सामाजिक दबाव के बावजूद IPS ऑफिसर बनने का सपना देखता है।
फिल्म ‘12वीं फेल’ IPS ऑफिसर मनोज कुमार शर्मा और उनकी पत्नी IRS ऑफिसर श्रद्धा जोशी की सच्ची कहानी पर आधारित है। फिल्म को दिग्गज फिल्ममेकर विधु विनोद चोपड़ा ने डायरेक्ट किया है और इसमें विक्रांत के साथ मेधा शंकर और अनंत वी जोशी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।








