Women’s Asian Champions Trophy 2024: बिहार के ऐतिहासिक राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेले गए महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के फाइनल में भारतीय महिला हॉकी टीम ने चीन को 1-0 से हराकर इतिहास रच दिया। यह तीसरी बार है जब भारतीय टीम ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया है।
दीपिका का निर्णायक गोल
मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमों के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला। पहले दो क्वार्टर गोलरहित रहे, जहां दोनों टीमों की रक्षापंक्ति ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। हाफ-टाइम तक दोनों टीमों के बीच स्कोर 0-0 था। लेकिन तीसरे क्वार्टर के पहले ही मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे दीपिका ने शानदार तरीके से गोल में तब्दील कर भारतीय टीम को बढ़त दिलाई।
सलीमा टेटे की ऐतिहासिक कप्तानी
इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम की कप्तानी सलीमा टेटे ने संभाली थी। यह उनका बतौर कप्तान पहला बड़ा टूर्नामेंट था और उन्होंने अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता से टीम को चैंपियन बनाकर अपनी छाप छोड़ी। फाइनल में भारतीय खिलाड़ियों का संयमित खेल और टीम के बीच की शानदार समझ चीन पर भारी पड़ी।
चीन के प्रयास और भारत की रक्षात्मक दीवार
चीन ने आखिरी मिनट तक मुकाबला बराबरी पर लाने की कोशिश की। अपने आक्रामक रवैये में उन्होंने गोलकीपर को मैदान से बाहर कर 11वें खिलाड़ी को उतारने का भी फैसला किया, लेकिन भारतीय डिफेंस ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया।
तीसरी बार बना चैंपियन
इससे पहले भारत ने 2016 में चीन को 2-1 से हराकर और 2023 में जापान को 4-0 से हराकर यह खिताब जीता था। इस बार भारतीय टीम ने टूर्नामेंट के सभी मैच जीतकर अपनी श्रेष्ठता साबित की।
भीड़ का जबरदस्त उत्साह
राजगीर में खेले गए इस फाइनल मुकाबले को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक पहुंचे थे। उनकी जबरदस्त धैर्य ने खिलाड़ियों में जोश भर दिया और इस ऐतिहासिक जीत को और भी खास बना दिया।
भारत की विजयगाथा
भारत की यह जीत न केवल महिला हॉकी में नए कीर्तिमान स्थापित करती है, बल्कि यह पूरे देश के लिए गर्व का पल है। खिलाड़ियों के इस प्रदर्शन ने साबित कर दिया कि भारतीय महिला हॉकी टीम अब एशिया में सबसे मजबूत टीमों में से एक है।